वो जो एक कसक जिंदगी में बची है अभी, ये ज़िंदगी उसी के सहारे टिकी है अभी। वो जो एक ख़्वाब घूमता है अहाते में, सारी सरगोशियां उसी से बंधी है अभी। तुम्हें हो शायद यकीं कि कल सब ठीक हो जाएगा, कल के हिस्से में भी कई परेशानियां गड़ी है अभी। मुश्किलों का काम ही है आना और जाना, ज़िंदगी तुफानों से लड़कर खड़ी है अभी। ज़िंदगी जीने का सलीका होगा पूरा धीरे-२, ज़िद्द ना कर 'सौमित्र' उम्र पड़ी है अभी।— % & #yqzindagi #yqkasak #yqsargoshiya #yqahaate #yqsaumitr #yqmushkil