दिखाई देती थी सच्ची ... थी मगर, झूठी!! काबिल-ए-तारीफ थी ... मोहब्बत, उसकी!! के छलावा खूबसूरत ... निहायती, कितना यारों!! छवि पानी में कोई जैसे ... चाँद की, उसकी!! कहना था बस कह दिया ~~~ निशान्त ~~~ छलावा खूबसूरत ... निहायती