मां ना होती तो हम ना होते, ना बचपन की कहानी ना जवानी के किस्से होते, ना कोई कहानी अधूरी ना मुकम्मल हम होते, मां ना............... होते। ना दिलों में मोहब्बत ना नफरतों में हम जीते, ना हमारा कोई मजहब होता ना जातियों में हम बंटते, मां ना...............ना होते। ©DRx AnKur RaWat #कलम_अंकुर #रावत_साहब