अक़ीदत इश्क़ से दुश्मन से वफ़ादारी भी क़ौम की फ़िक्र भी अपनो से है गद्दारी भी मानते ये हो की अल्लाह से बड़ा कोई नही सज़दा बन्दों का भी अल्लाह से बेज़ारी भी ________ ©Initiative #वफ़ादारी