जिन्हें पसन्द हो अहिंसा वो अपने पास रख लें दस बारह दर्जन चूड़ियों का वो शृङ्गार रख लें। हम बलिदानियों के पुजारी सदा हिंसा ही जाने हैं जब निकले कटारी दुधारी तो रणभूमि ही माने है। जिन्हें पसन्द हो अहिंसा वो अपने पास रख लें दस बारह दर्जन चूड़ियाँ वो उधार रख लें। ●आशीष●द्विवेदी● ©Bazirao Ashish #लालबहादुरशास्त्री_जयंती जिन्हें पसन्द हो अहिंसा वो अपने पास रख लें दस बारह दर्जन चूड़ियों का वो शृङ्गार रख लें। हम बलिदानियों के पुजारी सदा हिंसा ही जाने हैं