सांसें लेना भी तो मेरी इक मजबूरी हैं बिन तेरे मेरी जिंदगी कितनी अधूरी हैं मयस्सर मौत भी कहाँ होती हैं मुझको तेरी यादों के साथ जीना भी ज़रूरी हैं तू मिले ना मिले रब की मर्जी़ है ये तो या फिर मुझसे छुपी तेरी ये मगरूरी हैं क्या बिसात है मेरी मेहरबान तेरे आगे कायनात सारी यहाँ करती जी हुज़ूरी है जरुरी है!! #cinemagraph #अनकहेअल्फ़ाज़ #कायनात #मयस्सर #जिंदगीअधूरीहै #yqdidi #yqhindishayari #yqhindipoetry