कभी कभी याद कर लेते हैं वो हमें गुज़रे ज़माने की तरह। बदलते है मिज़ाज़ उनके भी मौसमों की तरह। इकरार भी करते नहीं, लेकिन इंकार भी कभी किया नहीं। दोस्ती भी नही है ,न मोहब्बत है लेकिन कहते हैं दिल में हम बस्ते हैं एक खूबसूरत ख़याल की तरह। आँखें कुछ कहती हैं, ज़ुबान कुछ और, दिल कुछ कहता है,दिमाग कुछ और। सोचते हैं भूल जाएं तुम्हे, लेकिन तेरी यादें भी ज़िद्दी हैं जो रहती हैं साथ मेरे साँसों की तरह। ©swati singh bhadauria #nojohindi #nojotojanuary #nojoto❤ #nojotopoetry