नाजुक़ दिल है मेरा, पर छनक तेरे पाजेब की, मेरी धड़कनों पर बड़ी बेरहमी से कहर ढाये है। सुनूं मैं दिल थाम के रुनझुन रुनझुन की धुन, साँसे अटक जाए, मन भटक भटक जाए है। तू खामोश, पर ये जो छनक छनक है तेरे पाँव की, जाने ये पाजेब तेरी कौन सा अफ़साना सुनाए है? सात सुर भी फीके, तेरी पाजेब की धुन के आगे, चैन चुरा लें सारा मेरा, पर मन को इक ये ही भाए है। सुध बुध मेरा राम भरोसे, ये ख़ुमारी कैसी लागी ? मन मयूरा बन नाचे जब ये छन छन का शोर मचाए है। सुन सुन कर ये धुन मतवाली मैं खोया जाने कौन देस, कृष्णा तेरा तू राधा रानी, आ मिलकर रास रचाए हैं। (तेरी पाजेब - 06) #kkतेरीपाजेब #जन्मदिनकोराकाग़ज़ #kkजन्मदिनमहाप्रतियोगिता #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #nazarbiswas