प्रिये..... जानते हैं हमें प्यार की समझ कतई नहीं है। छटाक भर भी नहीं। पूरी कोशिश करने के बाद भी "लव यू" ही बोल पाते हैं सच कहो तो प्यार वाली पढाई में हम एक दम से लुल्ल हैं। मतलब... समझ ही नहीं है की का करें, कैसे करें। हर चीज में जल्द बाजी होती है ।कभी-कभी न चाहते हुए भी तुम्हें दुखी कर देता हूँ समझ ही नहीं पाता कुछ! पर सुनो माना कि में लापरवाह हूँ,मतलबी हूँ या जो भी कुछ तुम मेरे बारे में सोचती हो सब मान लेता हूँ, हजार खामियां हैं मुझमें.....मान लेता हूँ पर अपनी सफाई में इतना जरूर कहना चाहूँगा साला प्यार तुमसे बडा कर्रा वाला करतें हैं और चलो बस प्यार होता तो ठीक था! ये इश्क भी ससुरा इसी के साथ सर पर लदा हुआ है! एक बात एकदम सीधे सीधे कह रहें हैं....बहुत याद आ रही हो.....बहुत मतलब बहुत ज्यादा....मतलब की तुम्हें सोच सोच के माथा भन्ना गया है...... ©Rakesh Bhardwaj #Love #letter #OneSeason #raka