बेखयाली मन में छा चुकी है, और कलम बेहोश है, मेरा दर्द बढ़ता जा रहा है, न होश है, न ही जोश है, मैं भी बन्दा बड़ा कमाल का होता था मेरे यार पर, कुछ तनहाईयों ने लूटा,कुछ खामोशियों का दोष है । ✍️ उत्तम दीक्षित कुछ #तनहाईयों ने #लूटा , कुछ #खामोशियों का #दोष है...✍️ #udquotes #udshayari #बेखयाली #कलम