जो माँ है वही तो सास है फिर माँ क्यों अच्छी और सास क्यो बुरी है जो बेटी है वही तो बहू है फिर बेटी क्यो अपनी और बहू क्यो पराय है बेटी का दुःख ही क्यो सीने को चुभता है बहू पर नजरे क्यो नफरत से भरी है लोभियो ने बेशक बहू पर तेल डाला है पर जब भी जली है बेटी ही जली है. ©Vijay Kumar #Dowry