एक एहसास है धड़कनों की सुनो प्रेम का आईना तुम हमारी बनो प्रेम तो प्रेम है इसमें उलझन ना हो मैं बारिश बनू तुम सावन बनो मैं-मैं ना रहूं तुम-तुम ना रहो तुम मेरी जिंदगी का सागर बनो कसौटी पर जब तोला जाए हमें मैं सोना बनू तुम पारस बनो अरमा यही जिंदगी में रखो मैं सांसे बनू तुम धड़कन बनो कल को साथ छोड़ दे दुनिया अगर मैं सत्यवान बनू तुम सावित्री बनो एक एहसास है