घर के लिये निकले ही थे की रा़स्ते थ़म गये अब न जा़ने तुम तक पहुंच भी पा़येंगे या नहीं डरते हैं जिंदगी ना थ़म जाये कहीं शब्दवेडी #मुसाफ़िर#लॉकडाऊन#घर#परीवार