Unsplash सुनो न अनकहे अनजाने में उलफ्त का अफसाना बुन दिया, समस्त बुत को कर अलहदा तुमको जां जां चुन लिया। ✍️रा.जि.कुमार, सासाराम। ©Rajiv Jiya Kumar #दिल की बात। शायरी हिंदी।