बच्चों की मुस्कान को, परिंदों की उड़ान को, अपनी पहचान को, बचाने की ज़रूरत है ... फसलों को, अनाज को बीत रहे आज को, बर्बाद हो रहे जल को, आने वाले कल को, बचाने की ज़रूरत है... कटते हुए पेड़ को, समतल हुए मेढ़ को, दादी की कहानी को, गंगा के निर्मल पानी को, खेत को, खलिहान को, मिट्टी के मकान को, बचाने की ज़रूरत है... #NojotoQuote बचाने की ज़रूरत है #bachane_ki_zaroorat_hai