आजकल बहुत ही यह लेख घास छीलने में लगे हैं और मैं भी अपवाद नहीं कहा आज के बाद आरंभ की जाएगा छीलने की मशीन को धक्का देने की अपेक्षा खींचना आसान होता है वैसे ही किसी के लिए एक को हिट करने की तुलना में खर्च करना आसान होता है स्वयं को शीर्ष पर ले जाने के लिए मैं गुरु घंटाल जी के पास पहुंचा उन्होंने यह उपाय बताया पहले स्वयं को चर्चा में बनाए रखें कहा जाता है कि आउट ऑफ साइड आउट ऑफ माइंड इससे अपना सूत्र वाक्य बना लीजिए जो दिखता है वही बिकता है आपको प्रत्येक प्लेटफार्म पर दिखना चाहिए आप पढ़ते प्लेटफार्म पर अपने लेख की चर्चा कीजिए आप अपने लेखन को कम दर्द तो बताइए नहीं और उसे हर किसी को पढ़ना चाहिए यह आज के समय की एक जरूरत किताब कहकर लोगों को उत्सुक जगाने का प्रयास करेंगे दूसरा भक्तों का सहयोग आप अपने भक्तों बनिए भक्त आजकल इंडियन कॉफी हाउस में इडली सांभर की कीमत पर आसानी से मिल जाते हैं उन्हें साहित्य का ज्ञान हो जरूरी नहीं है बस और आपको आपके पोस्ट को लाइक करने के लिए ललक पैदा करना है कभी-कभी बहुत मारक बेमिसाल है देते हैं से अपनी लेख ही कर सकती है आपकी लेखनी को नमन जैसे कुछ कमेंट लिखा उनको सीखना पड़ेगा तीसरी बड़ी लोगों से तुलना भले ही आप तब पूंजी लेखक हो लेकिन आप की तुलना प्रेमचंद पारसी निराला कभी तुलसी के लेखन से हो ©Ek villain #स्वयं को चर्चा में लाने के उपाय #election