लोग लोग एक शब्द नहीं है,यह पहचान है समूह की , समूह जिसमे गुम हो जाती है पहचान अकेले की , बन जाते हैं सब साथी एक साथ चलने वाले, एक दूसरे के सुख दुख में शामिल तो क्या मैं खो दूँ अपने आप को लोगों के बीच और कर दूं अपने फैसलों को समूह के हवाले या बनाऊं एक नया रास्ता जो मेरी पहचान को गुम न होने दे मैं लोगों जैसा होकर भी भीड़ का हिस्सा नही हूँ।।। #लोग