ये इश्क-विश्क की नर्मियां होती है काफिरों के लिए., ये इश्क-विश्क की नर्मियां होती है काफिरों के लिए,.. ना दे इसे तबज्जु, हर दर्द कि बदलियाँ होती है, छुपाने के लिए,... हुआ ये मन मेरा, देख जिसे दीवाना, वो तो हर रविवार है छनती, बस हम जैसे आशिकों के लिए... DQ : 011 : DQC : 01 #जलेबी_favourite #गुस्ताखी_माफ़ 😉😂 #इश्क़ #घुमावदार #रसीली #yourquoteandmine #yqbaba #yqdidi Sumeet Pathak Collaborating with Anuup Kamal Agrawal