मैं नाजुक कली🧚🏼♀ हूं।छुईमुई 🌿सी पर वक्त आने पर मैं बॉस🎋 कि तरह सख्त बन जाती हूँ। मेरी कोमल पंखे कमल🌷 के जैसी पर वक्त आने पर मैं कटीली गुलाब 🌹सी चुभ जाती हूं। मेरी मिठास हैं।बुरास🌺 के जैसी पर वक्त आने पर मैं नीम ☘🌳बबूला बन जाती हूं। मेरी चहक हैं। चंपा🥀 जैसी पर वक्त आने पर मैं गेंदे 🌸सी फुल जाती हूं। मेरी सुगंध मोगरे 🌼जैसी पर वक्त आने पर मैं फैलस टाइटैनम🍁 सी महकाती हूं। मेरी सुबह 🌞सूरजमुखी🌻 सी पर वक्त आने पर मैं रात कि रानी 🌚बन जाती हूं। दीपिका बिट्टू🙏🏻💐💐 #महिला दिवस की शुभकामनाएं