गम-ए-फुरकत में कब तक खुद को सताओगे, किस्सा अपनी बदनसीबी का किस बुत को सुनाओगे, इतने नादान नहीं तुम जो मजबूरी को अपनी खामोशी से छुपाओगे, कोई ढूंढ ही लोगे ज़माने में और खुशनसीब खुद को बताओगे..... #गम_ए_फुरकत #सताओगे #बदनसीबी #खुशनसीब_बताओगे #शायर_ए_बदनाम