आमने-सामने मत पीछै से वार कर.खुल के कह आमने सामने मैं कोई ग़ैर नहीं हूं तेरा. बेठा हूं में तेरे ही सामने। अच्छी नहीं है बात तेरी कहानी ग़ैर कहे मैं सुनूं. मैं समझूं तेरे ज़ज्बात. ले बैठ मेरे आमने सामने। जगदीश निराला आमने सामने