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White ज्ञान के सागर में डूबू और ज्ञान का सागर हो

White  ज्ञान के सागर में डूबू और ज्ञान का सागर हो जाऊं,
मैं ऐसी विद्या ज्योति बनू जो अंधे को भी दरसाऊं।
जब राष्ट्र प्रेम की बारी आए बिना रुके घबराऊं न,
इस धरा की कण कण में मिलकर भारतमय मैं हो जाऊं।।

©Ashvani Awasthi
  कवि अश्वनी अवस्थी

कवि अश्वनी अवस्थी #कविता

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