फित़रत ही है दोनों की छलक जाने की, आखिर दोनों जगह ही (महफि़ल और मातम) इसका महत्व जो खूब है...!! छलकते तो दोनों ही है चाहे हाथों में भरे जाम हो या आंखों में भरे आँसू... #collabwithme #vikrambarnwal #YourQuoteAndMine Collaborating with vikram barnwal Collaborating with # स्वीकार