#कुम्हार दर्द से भरा सोने से खरा जीवन क्या है मिट्टी का घड़ा जैसे रचे वो कुम्हार वैसे बने हम मां की कोख के सांचे में ढले हम जीवन की तपती धूप में जलके पक्के हुए तन ग़म और खुशी के आंधी तूफ़ानों में थोक पीट के खड़ा होता यह तन और उम्र के एक पड़ाव पर फिर मिट्टी में मिले तन जीवन चक्र का यही बंधन हर खुशी आपकी अगर स्वस्थ है तन #कुम्हार #तन #मन #मिट्टी #सांचा #nojotohindi