कमरे से ज्यादा खिड़की पर विश्वास था चांदनी से ज्यादा अंधेरी पर विश्वास था बस शोर मचा रही थी एक घड़ी उनको घड़ी पर विश्वास था मुझसे समय पर विश्वास था समय पर विश्वास