आखें खोलू तो चेहरा तुम्हारा हो, बंद करू तो सपना तुम्हारा हो, मर भी जाऊ तो कोई गम नहीं, बस “कफ़न” के बदले, “आँचल” तुम्हारा हो... ©Shyam Sharma डेथ #Bonfire