हप्तों पहले मिले थे जिनसे, जिगर के टुकड़े बन गए हैं वो अब हमारे, वो जबर्दस्ती मुझे नचवाने के लिए बोलना और मेरे hight से अपनी hight को नापना , पूरी लड़कपन वाली बातें जैसे बचपन में ले गई जिमेदारियो से दबा, और कामों से उलझा वो प्यारा सा बच्चा कभी मुरझाता नहीं हैं, हर परिस्थितियों में मौसम का बदलाव समझ बस सेह जाता है, दर्द से रो जाता हैं , लेकिन किसी को बता कर अपना दर्द भी नही बाटता है, चरखे की तरह दिन भर चलते रहना , और रात को थक जाने के बाद भी मुझे याद करना ,मेरी किश्मत भला किसी अमीर इंसान से कम हैं क्या? वो तुम्हारे दिए हुए तोफे को मेरे हाथ में, और उसे देख तुम्हे याद करना , भला तुम्ही बताओ किसी आशिकी से कम है क्या? वो उस दिन तुम्हारा आना मुझे कोई फर्क ना दिया लेकिन तुमहारा जाना मेरे दिल को उदास कर दिया, वैसे तो हर किसी से हम रिश्ते बनाते नहीं लेकिन आपसे बना ये रिश्ता बेहद खूबसूरत रहेगा वैसे थोड़ा भावखाऊ हैं हम, लेकिन आपके लिए मेरे भाव हमेशा सस्ते रहंगे बस किसी की नज़र न लगे इस रिश्ते को इसिलए हर रविवार थोड़ा सा नज़र उतार लिया करेंगे ©anni singh मौसम के बदलाव।❤️ #specailfeeling