कभी आंखों से कहा कर, अपने लबों की शरारतें, कभी आंखों से बयां कर। आंखें भी कमाल करती हैं, तू ज़रा मुख को विराम तो दिया कर, दुनिया में शोर बहुत है, तू हाल दिल का आंखों से सुनाया कर। तू दिल का हाल मुझे आंखों से सुनाना अपनी, के बोलने पे पाबंदियां बहुत है यहां। कभी चुप भी रहा कर, आँखों से कहा कर... #चुपरहाकर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi