आधी अद्धुरी पर सही मैं तन्हाइयौं से बात कर लेता हूं। मैं सुक्र गुजा़र हूं उनका जिनकी वजय से लिख लेता हूं। जाने अनजाने कहीं ना कहीं मैं बात ऊन्हीं की कर देता हूं। मैं सुक्र गुजा़र हूं उनका जिनकी वजय से लिख लेता हूं। अपने जख़्म कुरेद के उनकौ भी ज़ख्मी कर देता हूं। मैं सुक्र गुज़ार हूं उनका जिनकी वजय से लिख लेता हूं। बहुत हौगई उनकी बात अब अपनी बात कर लेता हूं। मैं सुक्र गुजा़र हूं उनका जिनकी वजय से लिख लेता हूं। शायर ना गायक मैं ना ही कवी हूं। बस जौ दिलौ जहन में आता है उससे लिख लेता हूं। मै सुक्र........... #सुक्र गुजा़र हूं#उनका जिनकी वजय से लिख लेता हूं😊😊😁😊