गुम सूम बैठा है , कुछ दर्द लिए वो । अक्सर रातों में , किसी की यादों में खो जाता है।। वक्त के साथ सीखते हुए , कुछ दूर आ गया है । पर अभी भी जैसे , कुछ पीछे छोड़ आया है ।। ए नादान परिंदे , इतना गम क्यू ?? पाया ही क्या था , जो तू खो आया है ? अपनो से मिली खुशी और गम का , तराजू जब है बराबर । फिर इस भरे बाजार में बस , वही एक , बेशकिमती क्यूं?? अक्सर , किसी के किस्सों की कहानी , जो लिखता है तू । कभी तो किसी का , किस्सा नही कहानी बन तू ।। अपने छोड़ जायेंगे , ये डर है , तुझे । पर जो छोड़ जाए , वो अपने कहा तेरे?? तू टूटा है , ये मानती हूं मैं। पर तू बिखरा नही , ये जानती हूं मैं।। तेरी खूबियों से जो माने तो क्या बात कहूं तुझे। पर जो कमियों को अपनाकर माने , चल ढूढ ना उसे ।। मैं ये नही कहती , की आज फिर तू , नए इश्क को अजमा ले । पर हो सके तो , जो तुझे चाहे , तू उसे अपना ले ।। वादा , ये नही की उम्र भर रहूंगी , साथ तेरे । पर जब भी पलट कर देखेगा , मैं रहूंगी उसी राह में तेरे।। तू खुद में पूर्ण है , इस बात का संसय नही मुझे । पर दुआ करूंगी मिले तुझे वो , जो संपूर्ण करे तुझे।। ©Tanu Mishra #Poetry #nojohindi #tanumishra