मुलाकाते यू तो हाज़रो हुई,पर तुमसा कोई ना मिला शिकवे तो कई है पर है ना कोई गिला मुझको मैं बनाया है तुमने,खुद से मिलया है तुमने डगमगाते कदमो का सहारा बने कभी भटकती नाँव का किनारा बन जाते हो क्या करूँ तारीफ तुम्हारी वो लफ्जों की मोहताज नही शुक्रिया इस जीवन मे आने का इसको बस प्यार के खट्टे मीठे लम्हों से भर जाने का हाँ, अब दूरियाँ ये दर्मियां है,तकलीफ़ भी बिन बोले बयां है पर ये तो पल मे गायब हो जाएगी वो हसीन खुशी क पल यू लौट आएगे सोच कर ही इन्तजार आच्छा लगने लगा पूरा जो होने ही वाला है वो सपना लगने लगा words can be erased but certainly not memories 🌸