अक्सर ऐसा होता की किसी विपरीत परिस्तिथी में हमारे दिमाग में एक साथ कितन कुछ चल रहा होता है । और हम decide नही कर पाते कोन सा सही है । हमे लगता है सभी सही है लेकिन हमें बस एक ही विकल्प का चयन करना होता है। हमारी चेहरे पे ये चिंता की रेखाएं साफ़ दिखने लगती है 🎀 Challenge-382 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। 2 पंक्तियों अथवा 20 शब्दों में अपनी रचना लिखिए।