..... क्यों किया करती हैं , तू हरपल थक हार कर मंजिल मिली पुछती तू कौनसा पग में पत्थर चुभा गिनती कब गिनता कोई , मंज़िल के लिए एक पल थक हार कर जब बैठीं तो पानी भी खुद पिया चलकर सवाल बन कर चहरों पर चढी हर एक जवाब था मुझसे जुड़ा मांगा कहाँ था मैंने कुछ किसी से कितने हकों से जवाब सुनने वालों बोलो...... ज़िन्दगी सिर्फ़ सवाल नहीं #ज़िन्दगीसवालनहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi