गर प्यार के फूल दिलों में खिल जाएँ.... नफ़रत का कहाँ नामों निशां रह जाए खुशियाँ चहकेंगीं हर ओर.... शांति और भाइचारे का समा बन जाए "जुगलबंदी परिवार के सभी सदस्यों को सुप्रभात" "आईए जुगलबंदी कीजिये इस खुशबुदार छवि के साथ और बताईए कि इस गुलाब को देखकर आपके मन में क्या ख़्याल आते हैं" "कॉलेब करने के बाद कमेंट बॉक्स में 'संपन्न'/'Done' लिखना न भूलें" (कृप्या हमारे हैशटैग न हटाएँ जिससे हम आपकी रचनाओं को आसानी से पढ़ सकें)