इंतज़ार की भी होती है, इंतिहा ! सब्र दिल से जा रहा है क्या करूँ ? दिया ग़म जमाने ने,कि खाया करूँ ग़म मुझे खा रहा है, मैं क्या करूँ ? #rapidfire में आज लिखें जब #इंतज़ारकीहद हो जाती है तो दिल बरबस ही शायर बन जाता है। एक ऐसी पंक्ति लिखें जो दिल मोह ले। #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi