देर से सही आ जाना एक मुलाकात अधूरी सी है उसे पूरा करते जाना कुछ अनकहे जज्बात कहने है उसे आखिरी ख्वाहिश समझ सुनते जाना शाम हो चली है, रात तक आ जाना बैठा हूं चाय के नुक्कड़ पर इंतजार कर रहा हूं तुम्हारा........ बस एक आखरी अर्जी दी है तुम्हारी अदालत में उस पर मोहर लगाने आ जाना... ©Deeksha Kashyap #intezaar , #Kuaish , #ek_tarfa_pyar #NationalSimplicityDay