ऐ सुनहरी सुबह हर रोज़ बहुत कुछ छोड़ देती हूं "तेरे भरोसे" ....... इस यकीं के साथ कि तू सब संभाल लेगी... चेतना विनय तिवारी ©Chetna Vinay Tiwari #यकीं