तुम और मै, जैसे किसी दरिया के दो किनारे, दूर, बहुत दूर, और आंखों से ओझल। पर लहरें हैं ना, हिचकी बनके ये, मेरा कहा तुम तक पहुंचाएगी..।। World Oceans Day Our Oceans, Our future