ये कैसा रिश्ता रंगो से.......................................................◇.— % & रिश्ता गहरा जबतक उसका लाल रंग से था , उसकी ज़िंदगी में महत्व तबतक हर रंग का था .. त्यौहारों की रौनक जहा उसकी मुस्कान से थी , घर-आंगन में भी छनछनाहट उसकी पायल की थी .. हर दर्द-तकलीफ़ को वो यूहीं हस्ते हुए सह जाया करती थी , वो घर-आंगन में कुछ इस तरह खुशियाँ फैलाया करती थी ..