तू क्यों अपनी नाकामयाबी पर यू हताश हो गया तेरे मां-बाप अब भी तुझपे कुर्बान है, क्यों अपने अरमानों से मुख मोड़ रहा तू क्यों इतना परेशान है, हा डर है तुझे इस दुनियां की बातों का पर सुन इस दुनिया की बाते बड़ी बेजान है, ऐ कमबख्त जो हुआ उसे भूल के आगे तो बढ़ अब भी तेरे सामने कामयाबी का खुला आसमान है। # Your faith will you take you to your destination