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आइए जाने 6 पांडवो के नाम के पीछे का आध्यात्मिक रहस

आइए जाने 6 पांडवो के नाम के पीछे का आध्यात्मिक रहस्य:-
1. कर्ण:- मतलब श्रवण करना नाम यानी ब्रहम प्रकाश जोति को निहारने व मन जोति को उसमे लगाने को ध्यान लगाने को ध्याने की कला कहा जाता जिसके बारे में जागृत साधु संत जनो द्वारा (श्रवण) करना।।
2. यूडीष्ठिर:- (धर्म) का प्रतीक।। जहां (धर्म) है वहां सब मंगल है।।
3. भीम:- जहां भारी पन है वह झुकता है।। विनम्रता का प्रतीक।।
4. अरजन:- जहां नाम की महिमा जागृत साधु जनो द्वारा श्रवण करने के बाद धारण की जाती वही धर्म है और धर्म को फ़ॉलो करने से विनम्रता आती है वहीं परमात्मा उस मन को (अपना जन) यानी अरजन बना लेता है।।
5. नकुल:- जो श्रवण करने के बाद धर्म परायण होने पर विनम्रता को पाता है उसे परमात्मा अंगीकार करके अपना जन बना लेते तो वह शरीरिक कुल जाती के बाहर प्रकाश रूप हो जाता यानी नकुल हो जाता है।।
6. सहदेव:- अंत मे प्रकाश पद पर पहुंचे मन को जो कुल जाती से ऊपर उठ कर प्रकाश रूप हो जाता उसे परमात्मा अपना सहयोगी यानी अपने बेहद के कार्य मे अपना सहयोगी व दाता यानी देव बना देते जो हर वक्त उसी का रूप हो कर कार्य करता व सहदेव कहलता है।। 

वाहेगुरू जी का खालसा।। वाहेगुरू जी की फ़तेह जी।।☝️🙏👁️👃👁️🌷🌷🌷🌷🌺🌺🌺

©Biikrmjet Sing
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