फूलों की तरह मैं मुस्कुराती हूँ क्युंकि... न छोडा इन हवाओं ने चलना, सूरज ने उगना और डूबना चंदा ने घटना और बढ़ना ना छोडा चिड़ियों ने चहकना इन फूलों ने महकना, भंवरें ने बहकना, परवाने ने जलना नदियों ने बल खाकर सागर मे खो जाना ना छोडा इन आंखों ने ख्वाब देखना, दिल ने धड़कना, मन ने बहकना फिर मैं कैसे छोड़ दूँ मुस्काना ...सुमन फूल की तरह #phoolkitarah #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan