वहशत में भी मिन्नत-कश-ए-सहरा नहीं होते कुछ लोग बिखर कर भी , तमाशा नहीं होते ©अरफ़ान भोपाली #Life #तमाशा #इश्क़ #शायरी #writers #indianwriters #quaotes