जा यार अब नहीं चाहिए तू अब नहीं करना कोई इंतज़ार वो अंखियों में नींद लिए तुझसे बेशुमार शरारत भरा इकरार तू नहीं चाहिए अब ज़हन में डाल ले अपने अब ये बात तूने ही मुझे खुद से पराया किया ना अब देख किस हद तक मैं इसको लाती हूं तू वापस तो आ एक बार तुझे अपने दर्द का एहसास क्या बखूबी दिलाती हूं वैसे तो वापस ना ही आयो तुम तो अच्छा है सच्चा दिखता था जो दोस्त वो असल बेहद कच्चा है #Fake friends