तूँ लहरों की तरह दिल के समंदर में है बसा।। याद मे तेरी क्यूँ ढूंढने फिर तुझे मैं बाहर चली आयी।। समंदर का किनारा है" हसीन वादियों का नजारा है! तू आगे-आगे चल रहा है वक्त" मै तेरे साथ होने का सहारा गुजार रहा!! ✍️______...🕺 🙏🙏🙏