श्याम सलौने कृष्ण मुरारी तन पर सोहे पीतांबर धारी, सर पर धारै पंख सँवरी इन पर रिज़ै राधा प्यारी लिए जन्म है यादव नगरी में ढूढ़ै माखन गगरि गगरि में चंदा देखै पानी क तस्तिर में इनकी इज्जत नंद की पंगडी मे नंद बाबा की जान है गाथा इनकी महांन है यादव कुल की शान है मुख में सारा जहान है हलधर के छोटे भाई यशोदा है इनकी माई चुरा चुरा कर माखन खाए माखनचोर नाम कहाए आये है नंद की बगिया मे झूला झूले दाउ की संगिया मे किलकारी मारे गोपीयन की रगिया मे जन्म लिए है आधी रतिया मे चलो रे सोहर गाओ कान्हा आये है चलो रे नाचो गाओ कान्हा आये हैं चलो रे दीप जलाओ कान्हा आये चलो रे फूल खिलाओ कान्हा आये हैं ©vimlesh yadav official #KrishnaJanmashtami #vimalesh_yadav_official #kanha