मना करता रहा फिर भी बातें बेवजहा की उसने समझाया भी बहुत था मगर हर दफा की उसने कत्ल कर मेरे ख्याबों को नया शहर बसा बैठा मेरे यकीं करने की कुछ ऐसी सजा दी उसने कहकर चले जाते तो इज्जत से विदा करते मुझसे बेवफाई कर औरों से वफ़ा की उसने झूठ ऐसे बताता था जैसे सच्ची कहानी हो गलती करने से मना किया हर दफा की उसने वक्त ने छोड़े थे दर्द भरे जख्म उसके जिस्म पर झूठी मोहब्बत से ज़ख्मों की सच्ची दवा की उसने वक्त रहते खुल गया था फरेबी नकाब उसका यकीं फिर किया और फिर खता की उसने इतने फरेब में इश्क कैसे सच्चा हो सकता है यकीं हो गया जब मुझसे निगाह हटा दी उसने तजुर्बा हो गया है आगे कुछ अच्छा करेगा 'अजनबी' संभल कर चलने की कला सीखा दी उसने #Love_a_mental_disease #loveexperience ##girl#froad #leave_me_alone