दी थी हमें उन्होंने मोहब्बत लिखने को, आज भी वो कलम लिए बैठे हैं। हमने डूबा दिया खुद को शराब में फिर भी वो कहते हैं गिलास में कम लिए बैठे हैं।। आलम ए मोहब्बत क्या बताएं उन्हें जिन्हें खबर ही नहीं हमारी। जमाने के गमों की फुर्सत किसे है हम जमाने भर के गम लिए बैठे हैं।। गम ए मोहब्बत #hindisadshayari #sadhindishayari #shayari #hindishayari #rameshkumarrahi #rahi #rahikikalamse