टूटे मन से टूटे सपने लेकर अब अपनी मस्ती में जीता हूँ इन सर्द भरी रातों में मैं थोड़ी थोड़ी पीता हूँ कल क्या होगा उसकी कोई परवाह नहीं डर कहें का जब जीने कि कोई चाह नहीं ©Pawan DOSTI Sahu #HeartBreak