मुझे नही चाहिए तेरा जिस्म बाहें और धडकती साँसे इन के तो अब बहुत बाजार है मुझे तो चाहिए थे दिल ईमान और रूह से प्यार पर तेरे लिए तो यह सब बेकार है मुझे मारने को काफी थे नजरें नखरे और अदाएँ धोखा फरेब जालसाजी भी तेरे अच्छे औजार है धोखा फरेब जालसाजी भी Lakshmi singh